माना कि MM' एक अवतल दर्पण है जिसका ध्रुव P, फोकस F और वक्रता केंद्र C है। एक किरण AB जो मुख्य अक्ष PC के समांतर आती है और परावर्तन के बाद फोकस से लौटती है। AB किरण, दर्पण के B बिंदु से टकराती है। BC आपतन बिंदु B पर अभिलंब है।
परावर्तन के नियम से
कोण ABC = कोण CBF ------(i)
अब
चूंकि AB ॥ PC
इसलिए एकांतर कोण से
कोण ABC = कोण BCF ------(ii)
समीकरण (i) और (ii) से
कोण CBF = कोण BCF
इस प्रकार त्रिभुज CBF समदिबाहु त्रिभुज हुआ।
इसलिए CF = FB ------(iii)
पुनः माना कि AB, PC के बहुत निकट है।
इसलिए PF = FB
FB का मान समीकरण (iii) में मान रखने पर
CF = FP
PC - FP = FP
PC = FP + FP
PC = 2 FP
R = 2f
f = R/2
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